
नई दिल्ली हवा की गति अनुकूल रहने के चलते प्रदूषकों के छितराव में मदद मिलने से शुक्रवार को दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में आंशिक रूप से कमी आई। हालांकि, पराली जलाए जाने से शहर में ‘पीएम 2.5’ का सकेंद्रण बढ़ कर 18 प्रतिशत हो गया। पीएम 2.5, हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण हैं। दिल्ली-एनसीआर कई महीनों से खराब वायु गुणवत्ता का सामना कर रहा है। एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि वायु प्रदूषण का स्तर अधिक रहने से कोविड-19 की स्थिति और बढ़ सकती है। शहर में शुक्रवार सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 251 दर्ज किया गया। गुरुवार को औसत एक्यूआई 315 रहा, जो 12 फरवरी के बाद से सबसे खराब रहा। शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में पिछले साल की तुलना में इस साल सितंबर के बाद से प्रदूषकों के व्यापक स्तर पर फैलने (छितराने) के लिए मौसमी दशाएं 'अत्यधिक प्रतिकूल' रही हैं। बोर्ड के सदस्य सचिव प्रशांत गार्गव ने कहा कि इस साल एक सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच ‘पीएम 10’ (हवा में मौजूद 10 माइक्रोमीटर या इससे कम व्यास के कणों) का संकेन्द्रण पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में अधिक है। पराली को लेकर CPCB को बड़ी उम्मीद इस साल पंजाब और हरियाणा में कम क्षेत्र में गैर बासमती धान की खेती होने के चलते सीपीसीबी सदस्य सचिव को उम्मीद है कि पराली जलाने की घटना 2019 की तुलना में इस साल कम होगी। नासा के उपग्रहों से ली गई तस्वीरों में पंजाब के अमृतसर, पटियाला, तरनतारन और फिरोजपुर के पास और हरियाणा के अंबाला और राजपुरा में खेतों में आग लगी दिखाई दे रही है। हालांकि मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रदूषण के स्तर में कमी संभवत: हवा की गति बेहतर होते हुए 10 किमी प्रति घंट तक होने के चलते हुई है। धूल का भी प्रदूषण में अहम रोलपृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने कहा है कि शुक्रवार को वायु प्रवहा की दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर रही, जो पराली जलाये जा रहे खेतों से प्रदूषकों को उड़ा ले जाने के लिए अनुकूल है। ‘वायु गुणवत्ता निगरानी एवं मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली’ (सफर) के मुताबिक दिल्ली में पीएम 2.5 के सकेंद्रण में खेतों में पराली जलाये जाने की घटनाओं की हिस्सेदारी शुक्रवार को 18 प्रतिशत रही। बुधवार को यह सिर्फ एक प्रतिशत थी और रविवार, सोमवार तथा मंगलवार को यह तीन प्रतिशत के करीब थी। सफर के मुताबिक हवा की गति में शनिवार तक आंशिक वृद्धि होने से रविवार तक वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में जा सकती है। दिल्ली स्थित थिंक टैंक काउंसिल ऑन इनर्जी, इनवायरोन्मेंट ऐंड वाटर के विश्लेषण के मुताबिक दिल्ली के वायु प्रदूषण में 18 से 39 प्रतिशत की हिस्सेदारी परिवहन के चलते सड़कों से उड़ने वाली धूल की है। गोपाल राय ने की नए अभियान की शुरुआतदूसरी ओर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान के क्रियान्वयन के लिए रिपोर्ट तैयार करें। राय ने अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यावरण व परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, दिल्ली यातायात पुलिस और मंडल आयुक्तों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और निर्देश दिया कि इस अभियान के क्रियान्वयन के लिये तैयारियां तेज करें। दिल्ली की हवा में जहर घोल रही MCD: राघव चढ्ढावहीं आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने किराड़ी विधानसभा के बाबा विद्यापति मार्ग में जलाए जा रहे कूड़े की ताजा तस्वीर और वीडियो मीडिया से साझा करते हुए बताया कि कैसे भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम कूड़ा जलाकर दिल्ली की हवा में जहर घोलने का काम कर रही है। राघव चड्डा ने कहा कि, 'ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक तरफ दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार काम कर रही है और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली के लोगों की कोई फिक्र ही नहीं है। किराड़ी विधानसभा के रिहायशी इलाकों में जहां काफी लोग रहते हैं वहां बीजेपी शासित एमसीडी के कूड़ा जलाने की वजह से हवा में जहरीला धुंआ घुल रहा है। कूड़े के जलने से निकला ये धुंआ ना सिर्फ खतरनाक है बल्कि जानलेवा भी हो सकता है।' दिल्ली सरकार के पास 90% फंड: BJPदिल्ली में 95 प्रतिशत प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को बीजेपी ने जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी शासित एमसीडी के तीनों मेयर ने कहा है कि, 'नगर निगमों की ओर से प्रदूषण को रोकने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं, मगर दिल्ली सरकार के मंत्री फोटो खिंचाने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। दिल्ली में 90 प्रतिशत काम निगम कर रही, जबकि 90 प्रतिशत फंड दिल्ली सरकार के पास है। निगम को उनके पैसे दिल्ली सरकार नहीं दे रही है।' सिर्फ झूठा प्रचार कर रहे केजरीवाल: बीजेपीबीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री हर साल की तरह सिर्फ बातें व झूठा प्रचार कर रहे हैं। मैं उनसे पूंछता हूं कि आप मुख्यमंत्री क्या सिर्फ प्रचार करने के लिए बने हैं? आपने आज तक दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए क्या किया? प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, 'दिल्ली की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आज तीनों नगर निगम स्प्रिंकलर, जेट स्प्रे, स्वच्छता व वृक्षारोपण के माध्यम से वायु प्रदूषण से निपटने का काम रही हैं। मैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से अपील करता हूं कि वे तीनों नगर निगमों को उनके हक का पैसा जल्द से जल्द दें।'
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